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जैक्वार में हम अपने कार्यक्षेत्र के आसपास के समुदायों के सामाजिक और आर्थिक विकास में सक्रिय योगदान देने में दृढ़ विश्वास रखते हैं। यही वजह है कि हमारा अथक प्रयास जैक्वार फाउंडेशन के तत्वावधान में सीएसआर के विभिन्न कार्यों और सामुदायिक विकास की परियोजनाओं के माध्यम से वंचितों तक पहुंचने का है। 'स्वच्छता, स्वास्थ्य और शिक्षा हमारी परियोजनाओं के केंद्र बिन्दु हैं जिनके माध्यम से हमारा लक्ष्य एक ‘स्वच्छ, स्वस्थ एवं शिक्षित भारत’ बनाना है।
जैक्वार ग्रुप बहुत विविधतापूर्ण बाथरूम सॉल्यूशन कम्पनी है जिसका कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। आज यह विभिन्न सामाजिक-आर्थिक परिवेश के लोगों की जरूरतों को पूरा कर रही है। लक्जरी कैटेगरी में आर्टाइज, प्रीमियम कैटेगरी में जैक्वार और वैल्यू सेगमेंट में एस्को जैसे नामी ब्रांड हैं।
जैक्वार ग्रुप भारत में बाथ फिटिंग्स के संगठित बाजार का निर्विवाद मार्केट लीडर है और पूरी दुनिया में अपनी कैटेगरी में सबसे तेजी से बढ़ने वालों में शामिल है।
हमारे विज़न का अहम हिस्सा उन समुदायों का सामाजिक और आर्थिक विकास करना है जिनका हम हिस्सा हैं। हमारा सहायक संगठन जैक्वार फाउंडेशन समाज के कमज़ोर और वंचित वर्गों का जन-जीवन बेहतर बनाने, उनके सस्टेनेबल विकास के काम पर ध्यान दे रहा है।
हमारा लक्ष्य क्या है? ‘स्वच्छ, स्वस्थ, शिक्षित, एवं कुशल भारत’ का निर्माण। हमें विश्वास है कि हम बदलाव ला रहे हैं और हम जिम्मेदारी के साथ कारोबार बढ़ाने और अधिक से अधिक लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डालने के लिए तत्पर हैं।
प्रमोटर और निदेशक, जैक्वार ग्रुप
जैक्वार ग्रुप ने निरंतर कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी बढ़ाने के मिशन के साथ एक बेहतर समाज निर्माण के लिए वर्ष 2015 में जैक्वार फाउंडेशन की स्थापना की।
सीएसआर के हमारे मुख्य उद्देश्यों में शामिल हैं: हमारे सहयोग से आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर और सामाजिक रूप से सौहार्द्रपूर्ण समुदाय का विकास करना, स्थानीय निवासियों के लिए स्थायी आजीविका का अवसर पैदा करना और सब के सामाजिक और आर्थिक विकास के प्रयासों को बढ़ावा देकर समाज के कमजोर वर्गों को सहायता पहुंचाना।
जैक्वार फाउंडेशन के काम-काज में पहले से ही शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, ग्रामीण विकास और कौशल विकास शामिल हैं। उत्तराखंड, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, असम, हरियाणा, चंडीगढ़ और ओडिशा के राज्य प्रौद्योगिकी शिक्षा विभागों (आईटीआई) के सहयोग से फाउंडेशन के 30 से अधिक प्रोजेक्ट चालू हैं।
हमारे ये केंद्र स्थापित करने में जीएमआर, आदित्य बिड़ला ग्रुप, आर्ट ऑफ लिविंग, डीएचएफएल, डॉन बॉस्को, कौशल विकास संस्थान, डी.जी. प्रीजन्स और ऐसे कई उद्योग/ ज्ञान जगत के भागीदार हैं जिनके साथ काम करने का हमें गर्व है।
हमें यह विश्वास है कि हम मिल कर अधिक से अधिक लोगों को बेहतर जीवन देने की हर संभव कोशिश करते हुए इस सफर में नए मील के पत्थर रखेंगे।
जैक्वार फाउंडेशन प्रमुख
शिक्षा | 35 स्कूल - 9,000 छात्र-छात्राएं |
कौशल | |
प्लंबिंग में कौशल विकास कार्यक्रम (पूरे भारत में) | |
4 प्रशिक्षण केंद्र सेवारत | - 800 प्रशिक्षु/वर्ष |
8 नए प्रशिक्षण केंद्र इसी वर्ष के अंत तक चालू हो जाएंगे | - 700 प्रशिक्षु/वर्ष |
स्वIस्थ | विभिन्न गंभीर बीमारियों का अस्पतालों में उपचार (हृदय, लीवर, किडनी, पैस्ले, आंख आदि) |
-अब तक लगभग 700 मरीजों का इलाज | ओ.पी.डी (मोबाइल डिस्पेंसरी) |
-प्रतिदिन लगभग 120 मरीज | |
ग्रामीण विकास पेयजल | 4 गांवों में आरओ प्लांट |
- लगभग 15000 आवास लाभान्वित | |
स्वच्छ शौचालय | स्कूल |
लगभग 9,000 छात्र/दिन उपयोग कर रहे हैं | सार्वजनिक स्थान |
लगभग 15,000 व्यक्ति/दिन उपयोग कर रहे हैं |
समाज के कमजोर/गरीब वर्ग के बच्चों के बीच शिक्षा को बढ़ावा देना। हम बच्चों की शिक्षा के लिए सरकारी स्कूलों को वित्तीय सहायता भी प्रदान करते हैं।
हमारे देश में कुशल प्लंबरों की कमी देखते हुए हम देश के इच्छुक युवाओं को इसका प्रशिक्षण देने के लिए प्लंबिंग संस्थानों/संगठनों को मान्यता प्राप्त करने में योगदान देते हैं। हमने पूरे भारत में प्लंबिंग लैब्स की स्थापना की है ताकि प्लंबिंग और संबद्ध क्षेत्रों में कौशल/आधुनिक प्रशिक्षण लेना आसान हो।
भारत की माननीय राष्ट्रपति (पीओआई) की स्मार्टग्राम पहल के तहत जैक्वार फाउंडेशन ने 4 गांवों को गोद लिया है। हमने पेयजल के लिए आर.ओ. प्लांट और स्वास्थ्य सेवा के लिए मोबाइल एम्बुलेंस की व्यवस्था की है।
जैक्वार फाउंडेशन ने अस्पतालों/स्वास्थ्य संस्थानों को स्पांसर किया है जहां समाज के वंचित वर्गों के मरीजों के लिए विभिन्न बीमारियों का इलाज सुलभ हो गया है।
जैक्वार फाउंडेशन ने स्वच्छता की अपनी खास पहल के तहत दिल्ली एनसीआर के विभिन्न स्कूलों में शौचालयों का निर्माण किया है। जैक्वार फाउंडेशन ने गुरुग्राम के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर 6 टॉयलेट कॉम्प्लेक्स भी बनाए हैं।