एलईडी पैनल लाइटें एक स्मार्ट, आधुनिक और टिकाऊ विकल्प हैं – जो कम बिजली खपत करती हैं और बजट में भी आती हैं। ये पारंपरिक बल्बों की जगह एक स्टाइलिश और ऊर्जा बचाने वाला समाधान साबित होती हैं।
एलईडी पैनल सीलिंग लाइट्स घरों और दफ़्तरों जैसी जगहों को रौशन करने के लिए एक स्मार्ट और किफ़ायती उपाय हैं। ये फ्लैट और पतली लाइट्स होती हैं, जिनमें एक फ्रेम होता है जिसमें लाइटिंग चिप्स और एक डिफ्यूज़र लगा होता है। ये लाइट को एकसमान फैलाते हैं, जिससे रौशनी तेज़ तो मिलती ही है और आँखों को चुभती भी नहीं।
आपको ये दो तरह की लाइट्स में मिलेंगी:
ये सबसे पतली एलईडी लाइट होती हैं, जिन्हें सीलिंग के अंदर फिट किया जाता है। इसके लिए आपको सीलिंग में छेद करने पड़ते हैं ताकि लाइट अंदर फिट हो जाए। साइड में लगे स्प्रिंग्स की मदद से ये मज़बूती से अपनी जगह पर टिकी रहती हैं।
ये लाइट्स थोड़ी मोटी होती हैं और सीलिंग के ऊपर सीधे लगाई जाती हैं। इसमें छेद करने की ज़रूरत नहीं होती — स्क्रू की मदद से इन्हें ब्रैकेट पर आसानी से फिट किया जा सकता है।
एलईडी पैनल सीलिंग लाइट्स आजकल कई घरों और दफ़्तरों में काफी पसंद की जा रही हैं। ये पैनल लाइट्स किसी भी कमरे के लिए भरपूर और एक जैसी रौशनी देती हैं, जिससे पूरा कमरा जगमगाने लगता है।
इन लाइट्स में दो मुख्य प्रकार की तकनीक होती है: ऐज-लिट और डायरेक्ट-लिट बैकलाइट मॉड्यूल। ऐज-लिट मॉड्यूल में एलईडी लाइट्स किनारों पर लगी होती हैं, और रौशनी एक डिफ्यूज़र पैनल के ज़रिए बराबर फैलाई जाती है। इस तरह की रौशनी आँखों को चुभती नहीं हैं और पूरे पैनल में एक जैसी बनी रहती है।
डायरेक्ट-लिट पैनल में कई एलईडी लाइटें होती हैं, जो पैनल के ठीक नीचे लगी होती हैं। इन लाइट्स की रौशनी सीधी डिफ्यूज़र पर पड़ती है, जिससे यह बहुत तेज़ और केंद्रित होती है — खासकर तब जब सामने से देखी जाए (90 डिग्री पर)। इस वजह से इनसे निकलने वाली रौशनी ज़्यादातर आँखों को चुभने लगती है।
नीचे दी गई हैं कुछ अहम खूबियाँ जो पैनल लाइट्स को बाजार में दूसरों से बेहतर बनाती हैं:
एलईडी पैनल सीलिंग लाइट्स बेहद ऊर्जा-कुशल होती हैं। ये औसतन हर वॉट पर करीब 100 ल्यूमेन रौशनी देती हैं, जबकि सामान्य लाइटें सिर्फ़ 12 ल्यूमेन प्रति वॉट देती हैं। इसका मतलब है कि ये आपकी पुरानी लाइटिंग के मुकाबले 8 गुना ज़्यादा असरदार हैं — और बिजली का बिल भी काफी कम आता है।
एलईडी पैनल लाइट्स को छत में लगाना बहुत ही आसान है, खासकर फ़ॉल्स सीलिंग में। इन्हें इंस्टॉल करने के लिए ज़्यादा औज़ारों की ज़रूरत नहीं पड़ती। ये अलग-अलग साइज और वॉटेज में आती हैं, जिससे ये हर कमरे और जगह के हिसाब से आसानी से फिट हो जाती हैं।
ये लाइट्स ज़्यादा टिकते हैं — करीब 50,000 घंटे तक चलती हैं। इसलिए इन्हें बार-बार बदलने या बार-बार सर्विस करवाने की ज़रूरत नहीं पड़ती, जिससे आपका मेंटेनेंस खर्च भी काफी कम हो जाता है।
अगर आप सीलिंग पैनल लाइट खरीदने की सोच रहे हैं, तो नीचे दिए गए कुछ आसान सुझाव आपके बहुत काम आएंगे:
हाँ, एलईडी सीलिंग लाइट पैनल मजबूत मटीरियल से बने होते हैं। ये अलग-अलग तापमान में लगने वाले झटकों को आसानी से झेल सकते हैं।.
ये एलईडी पैनल लाइटें खास रिफ्लेक्टिव पैनलों से बनी होती हैं, जो अच्छी रौशनी फैलाने में मदद करते हैं। इनकी लुमेन/वॉट रेटिंग ज़्यादा होती है, जिससे ये किसी भी जगह को अच्छे से रौशन कर सकती हैं।
स्मार्ट कंट्रोल की सुविधा हर ब्रांड में अलग होती है। यह जानने के लिए कि आपकी चुनी हुई एलईडी पैनल लाइट स्मार्ट होम सिस्टम के साथ काम करेगी या नहीं, इसके लिए ग्राहक सेवा से संपर्क करें।