इंडस्ट्रियल लाइटें खासतौर पर फैक्ट्री, डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर, गोदाम जैसी जगहों के लिए बनाई जाती हैं। ये जगह को इतनी रौशनी देती हैं, कि सभी काम सुरक्षित और सही तरीके से किए जा सकें। इंडस्ट्रियल लाइटिंग के कई विकल्प हैं — जैसे इंडस्ट्रियल एलईडी लाइट्स, इमरजेंसी लाइट्स आदि — जो उद्योगों को बेहतर तरीके से काम करने में मदद करते हैं।
फैक्ट्री या भारी मशीनों वाली जगहों पर काम करते समय अगर रौशनी ठीक से ना हो तो चोट लग सकती है, इसलिए वहाँ अच्छी रौशनी होना बहुत ज़रूरी है। अलग-अलग जगहों के लिए तरह-तरह की इंडस्ट्रियल लाइट्स मिलती हैं, लेकिन एलईडी लाइट्स सबसे बढ़िया रहती हैं, क्योंकि ये ज़्यादा चलती हैं और बिजली भी कम खर्च करती हैं।
गोदामों, फैक्ट्रियों और प्लांट्स में इंडस्ट्रियल लाइट्स इस्तेमाल करने के कई फायदे हैं।
औद्योगिक एलईडी लैंप असेंबली को ज्यादा सही बनाने और काम को तेज़ करने में मदद करते हैं। इनमें ऐसा खास लेंस होता है जिससे रौशनी वहीं पड़ती है जहाँ ज़रूरत हो। ये लाइटें ना तो सीलिंग की तरफ जाती हैं, न ही बेवजह फैलती हैं। एलईडी लाइट का इस्तेमाल करने से परछाइयाँ कम होती हैं, चीज़ें साफ़ दिखती हैं और काम करते वक्त ध्यान भी बना रहता है। इससे काम जल्दी और अच्छे से होता है, और प्रोडक्शन भी बढ़ता है।
एलईडी इंडस्ट्रियल लाइट्स लगाने से बिजली की बचत होती है। इसलिए, आपको इस पर विचार ज़रूर करना चाहिए। हाँ, ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आप अपने कारखाने में किस तरह की एलईडी लाइटिंग लगा रहे हैं।
हाई-बे इंडस्ट्रियल एलईडी लैंप चुनने से आपकी रखरखाव की लागत कम होगी और लाइट बदलने में काम करने वाले का समय भी बचेगा।
एलईडी इंडस्ट्रियल लाइटें लगाने से औद्योगिक जगह की सुरक्षा बेहतर होती है। अगर कोई कर्मचारी गोदाम या किसी अन्य औद्योगिक क्षेत्र में खतरा नहीं देख पाता, तो दुर्घटना हो सकती है। इसलिए, सही प्रकाश व्यवस्था बहुत जरूरी होती है, जो इंडस्ट्रियल एलईडी लाइटिंग देती है।
इंडस्ट्रियल लाइट्स कई तरह की होती हैं। लेकिन खरीदते समय ये देखना ज़रूरी है कि उनका डिज़ाइन कैसा है और इस्तेमाल किस काम के लिए होगा। नीचे कुछ जानी-पहचानी इंडस्ट्रियल लाइट्स दी गई हैं:
अगर कोई इंडस्ट्रियल स्थान ज़मीन से करीब 20 फीट ऊँचाई पर हो, तो वहाँ हाई बे लाइट्स बढ़िया काम करती हैं। ये लाइटें बहुत तेज़ रौशनी देती हैं और बड़े एरिया को आसानी से रौशन करती हैं। पूरे प्लांट में अच्छी रौशनी चाहिए, तो इन्हें ऊपर सीलिंग पर लगाना सही रहेगा। इन्हें इंडस्ट्रियल सीलिंग लाइट की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है ताकि हर कोने में रौशनी पहुँचे।
एलईडी बल्कहेड लाइट्स का इस्तेमाल इंडस्ट्रियल एरिया के अंधेरे कोनों को रौशन करने के लिए किया जा सकता है, जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना से बचाव हो सके। इन्हें वॉल लाइट की तरह लगाया जा सकता है ताकि प्रोडक्शन एरिया में रौशनी ठीक से फैले।
जो फैक्ट्री या इंडस्ट्री खतरनाक केमिकल्स से जुड़ी होती है, वहाँ हादसे से बचने के लिए अच्छी रौशनी होना बहुत ज़रूरी है। इसी वजह से ऐसे प्लांट में पिट लाइट लगवाने का सोचें। ये लाइटें झटके, धमाके और आग जैसी चीज़ों को झेलने के लिए बनी होती हैं – जो इंडस्ट्रियल सेटअप में आम होती हैं।
अगर किसी इंडस्ट्रियल जगह पर पहले से ही बिजली का खर्च ज़्यादा हो रहा है, तो अल्ट्रालाइट हाई बे लाइट लगवाकर थोड़ी बचत की जा सकती है। ये लाइटें सस्ती भी हैं और काम की जगह को ज़्यादा रौशन भी करती हैं।
गोदामों और फैक्ट्रियों जैसी इंडस्ट्रियल जगहों पर अगर चौड़ी रौशनी चाहिए, तो वेल ग्लास फिक्स्चर बढ़िया विकल्प हैं। ये बड़े एरिया में रौशनी फैलाते हैं, जिससे काम करने वालों को खतरे की भनक पहले से ही लग जाए और चोट से बच सकें।
जैक्वार की इंडस्ट्रियल लाइट्स को सही स्थिति में रखने के लिए ये आसान टिप्स फॉलो कर सकते हैं:
अगर आप किसी फैक्ट्री या प्लांट में इंडस्ट्रियल लाइट लगाना चाहते हैं, जिसकी छत ज़मीन से करीब 20 फीट ऊँची है, तो हाई बे लाइट्स लगाना सबसे सही रहेगा।
एलईडी इंडस्ट्रियल लाइटिंग में अपग्रेड करना ज़्यादातर लोगों की पसंद आता है, क्योंकि ये छत के बजाय उसी जगह रौशनी देती हैं जहाँ ज़रूरत होती है।
अगर आप घर के लिए बढ़िया लाइटिंग ढूंढ रहे हैं, तो जैक्वार की COB लाइट ज़रूर आज़माएँ। ये किसी भी कमरे में अच्छी लगती हैं, खासकर छत पर। इनका डिज़ाइन साधारण होता है और लगाना भी आसान है। ये पूरे कमरे में एकसमान, साफ़ और तेज़ रौशनी देती हैं।
जैक्वार तरह-तरह की इंडस्ट्रियल लाइट्स बनाता है, जो किसी भी इंडस्ट्रियल जगह को वैसे ही रौशनी देती हैं जैसे आपको चाहिए।